आधा भरा या आधा खाली?

 

"Zindagi ek glass paani jaisi hai... bas nazar ka farq hai – koi kehta hai आधा भरा, कोई कहता है आधा खाली।"

आरव एक normal middle-class लड़का था। बचपन से सपने थे – बड़ा बनने के, family की हालत सुधारने के। लेकिन जब life ने test लिया, तो सब उलझ गया।

College से निकलते ही job नहीं मिली, घर पे tension, रिश्तेदारों की बातें – "इतना पढ़कर भी kuch nahi ban paya?"
वो हंसता था बाहर, पर अंदर से टूट चुका था।

एक दिन park में अकेला बैठा था। गुस्से में coke bottle फेंकी – पास बैठे एक बुज़ुर्ग मुस्कराए। उन्होंने कहा:

"तुम परेशान लग रहे हो, बेटे। बताओ?"

आरव बोला, "Sab kuch bekar hai. Meri zindagi ek glass hai — आधा खाली!"


 बुज़ुर्ग ने पास पड़ी पानी की बोतल से एक glass निकाला, आधा भरा... और बोले:

"अब देखो इसे... ये आधा भरा है, मतलब तुम्हारे पास abhi bhi बहुत kuch hai — तुम्हारी उम्र, सेहत, सोच, सपने... बस नजर बदलो।"

आरव कुछ पल खामोश रहा। उस दिन पहली बार उसने खुद को as a "half full glass" देखा।


आधा भरा या आधा खाली?




🌟 आज का आरव?

वही लड़का, आज एक digital creator है — लोगों को mindset aur positivity सिखाता है। हर वीडियो के end में एक ही line कहता है:

"Glass आधा भरा है दोस्त... बस देखना सीखो!" 


सीख:

Zindagi mein sab kuch nazariye ka khel hai.
कभी किसी को मत जज करो सिर्फ इसलिए कि उसका glass आधा खाली दिख रहा है — शायद उसने देखा ही ना हो कि "paani toh ab bhi hai!"


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